ईश्वर अजन्मा निर्गुण निष्कलंक निराकार है वो कर्मभूमि पर कभी साकार प्रकट नहीं होता…

अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञानानुसार हमारी कर्मभूमि को बनकर लगभग 4 अरब 54 करोड़ वर्ष बीत चुके है, तब से अब तक हमारी कर्मभूमि पर कितने महाविनाश हुए होंगे हमें ज्ञात नहीं है| तब से अब तक हमारी कर्मभूमि पर मानव का कब किस, किस रूप में जन्म हुआ होगा हमें ज्ञात नहीं है, मानव की उम्र व शारीरिक बनावट कैसी हुआ करती थी, यह भी हमें ज्ञात नहीं है| ज्ञान व विज्ञान के अनुसार कुछ लाख वर्ष पहले का अनुमानित इतिहास मानव जगत के विद्वान व वैज्ञानिक मानव जगत को बताते आए है, उनके अनुसार वर्तमान मानव सभ्यता का उदय लगभग 2 से 3 लाख वर्ष पहले माना जाता है|

कर्मभूमि पर अब तक जितने भी महाविनाश हुए है वो मानव की अज्ञानतावश धर्म के प्रति ग्लानि बढने के कारण ही हुए है| मानव को ईश्वर से ज्यादा ईश्वरीय ज्ञान की जरूरत है, मानव को स्वयं व ईश्वर के सत्य स्वरूप को जानने की जरूरत है| मानव को अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञान को जानने की जरूरत है, तभी हम अपनी कर्मभूमि को अविनाशी स्वर्ग बना सकते है| अपने परम माता-पिता परमात्मा सगुण परब्रह्म द्वारा सृजित सुंदर सृष्टि की रचना को हम साकार कर सकते है|

Related Posts

WhatsApp WhatsApp us