21वी सदी में भारत को विश्व का प्रथम विकसित देश बनाना है, तो भारतीय युवाओं को नोकरी ढूंढने वाला नहीं नोकरी देने वाला बनना होगा| देश का विकास जितना भारतीय युवाओं के हाथो में है उतना ही देशवासियों के हाथों में भी है| अपने देश को विश्व का प्रथम विकसित देश बनाने के लिए, भारतीय युवाओं के साथ-साथ देशवासियों को भी जागृत होना जरुरी है|
भारतीय प्रशासन अपने देशवासियों से कमरतोड़ टेक्स वसूल करती है, किन्तु प्रशासन की बड़ी लापरवाही से जन-योजना के नाम पर टेक्स का बड़ा हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है| इतना ही नहीं प्रशासन की घटिया राजनीति के कारण नेताओं को पेशन देने में बर्बाद हो जाता है| भ्रष्टाचार के कारण ही हमारे देश में बिजली, पानी, सड़के, शिक्षा व चिकित्सा जैसी महत्वपूर्ण सरकारी योजनायें इतनी घटिया है कि गरीब से गरीब इन्सान भी अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूल में दाखिला दिलवाता है, मज़बूर होकर प्राइवेट अस्पतालों में ईलाज करवाने जाता है|
हमें अपने देश में भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाकर सुशासन स्थापित करना होगा, भारत की पावन भूमि पर राम राज्य लाना होगा| संगठन में शक्ति है, हमारे देशवासियों को धर्म के नाम पर जाति-सम्प्रदायवाद को मिटाकर संगठित होना होगा, जाति-सम्प्रदाय व आरक्षण जैसी वोट बैंक की दीवारों को तोड़कर अपने देश की आन-बान-शान की रक्षा करनी होगी|