धरती पर छाया है अंधियारा,
कोई उपाय करो तो बात बनें,
हम आये है आपके पास,
आप हमें साथ दो तो बात बनें।
प्रिय धर्म प्रेमी बंधुओ एवं पूज्य माता-बहनों जय अहिंसा, ॐ विश्व शांति, सत्यमेव जयते, जय माँ भारती…….. 21वी सदी में मानव चेतना की जो मिशाल कायम हो रही है, उसे देखते हुए आज के विकास के युग में आज की विकसित दुनिया में हमारे विश्व मानव परिवार को सबसे पहले ,सबसे बड़े जिस बदलाव की जरूरत है, वो है युगानुसार मानव की धार्मिक सोच में बदलाव।
भारत की पावन भूमि पर वीरो की भूमि राजस्थान प्रान्त में, पूज्य महाव्य मनुहर मावजी महाराज की तपोभूमि, आदिवासी बहुल डूंगरपुर-बांसवाडा जिला,लोढ़ी काशी, वाग्वरांचल के नाम से विश्व विख्यात है| युग परिवर्तन की संधिवेला संगमयुग में, कलयुग को सतयुग में परिणित करने के लिए, कर्मभूमि पर सतयुगी दुनिया का सृजन करने के लिए, इस पवित्र धरा पर धर्म नगरी बांसवाडा शहर में मुझ कल्कि साधक विश्व धर्म रक्षक कैलाश मोहन द्वारा अपनी अन्तःप्रेरणानुसार अहिंसा परमोधर्म मानव सेवा संस्थान के अंतर्गत 31 दिसम्बर 2016 रात्रि 12 बजे सर्वधर्म समाज के सैकड़ो गणमान्य नागरिको एवं हजारो धर्म प्रेमी लोगों के बीच कल्कि ज्ञान सागर सतयुगी विश्व अहिंसा परमोधर्म की स्थापना की गई| अहिंसा संस्थान द्वारा प्रति वर्ष 31 दिसम्बर को नवीन विश्व धर्म का स्थापना दिवस मनाया जाता है|
युगानुसार कर्मभूमि पर सम्पूर्ण मानव जगत के बीच, अपने विश्व मानव परिवार के बीच सत्कर्म-सेवा-प्रेम रूपी सतयुगी मानव धर्म की प्रभावना करने के लिए हमने “कल्कि ज्ञान सागर” के नाम से एक धार्मिक एप बनाया है| इस महान ईश्वरीय कार्य में सहभागी बनने के लिए युगानुसार धार्मिक सन्देश अपने विश्व परिवार के भाई बहनों के बीच पहुचाने के लिए आप प्ले स्टोर में जाकर “कल्कि ज्ञान सागर” एप को डाउनलोड कर सकते है| “कल्कि ज्ञान सागर” अहिंसा संस्थान का एक धार्मिक एप है, इस एप के माध्यम से हम सम्पूर्ण मानव जगत के लोगों के बीच, अपने विश्व मानव परिवार के भाई-बहनों के बीच युगानुसार सतयुगी मानव धर्म की प्रभावना करने जा रहे है।
युगानुसार युग परिवर्तन की संधिवेला संगमयुग में, कलयुग को सतयुग में परिणित करने के लिए, कर्मभूमि पर पाप को मिटाकर, सतयुगी दुनिया का सृजन करने के लिए, सम्पूर्ण मानव जगत के लोगों को धर्म के नाम पर रूढ़िवादी परम्पराओं से मुक्त कराने के लिए, सत्कर्म-सेवा-प्रेम रूपी मानव धर्म को विश्व धर्म बनाकर, कर्मभूमि पर मानव-मात्र को देवी-देवता तुल्य बनाने के लिए, सम्पूर्ण मानव जगत के लोगों के बीच ईश्वर व धर्म के नाम पर बने जाति-सम्प्रदायवाद को जड़ से मिटाने के लिए, अपने बिखरे हुए विश्व मानव परिवार को पुनः जोड़कर विश्व मे शांति स्थापित करने के लिए, अपने भारत को पुनः विश्व धर्म गुरु व अपनी कर्मभूमि को अविनाशी स्वर्ग बनाने के लिए, कर्मभूमि पर मानव-मात्र का जीवन मंगलमय बनाने के लिए, हम मानव सेवा संस्थान के धार्मिक एप “कल्कि ज्ञान सागर” के माध्यम से आपके पास आये है| मै अपने ह्रदय की बात एक बार फिर से आपको याद दिलाना चाहूँगा—-
धरती पर छाया है अंधियारा,
कोई उपाय करो तो बात बनें,
हम आये है आपके पास,
आप हमें साथ दो तो बात बनें।
युग परिवर्तन की संधिवेला संगमयुग में कलयुग को सतयुग में परिणित करने के लिए, अपनी कर्मभूमि पर सतयुगी दुनिया का सृजन कार्य करने के लिए, ईश्वरीय कार्य में सहभागी बनने के लिए, ईश्वरीय संदेश का एप “कल्कि ज्ञान सागर” डाऊनलोड करे और अधिक से अधिक संख्या में अपने मित्रो से डाऊनलोड करवाकर पुण्यार्जन करे| ईश्वर आपको भरपूर सुख, शांति, वैभव, समृद्धि, के साथ मंगलमय जीवन प्रदान करे, कर्मभूमि पर मानव-मात्र का जीवन सार्थक हो इसी शुभकामना के साथ, आपका अपना शुभ चिंतक,आपका परम हितेषी कल्कि साधक विश्व धर्म रक्षक-कैलाश मोहन, 9602604410 अधिक जानकारी के लिए प्लेस्टोर से एप डाउनलोड करे… KALKI GYAN SAGAR