कर्मभूमि पर विश्व मानव परिवार के बीच नफरतें पैदा होने का सबसे मुख्य कारण है, कर्मभूमि पर मानव धर्म के नाम …
आज का सन्देश
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आज का सन्देश
मानव निर्गुण ईश्वर का सगुण स्वरूप है, कर्मभूमि पर स्वयं को जाने बिना मुक्ति संभव नही है….
एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति ईश्वर एक है उसके जैसा दूसरा न कोई था न कोई है और नहीं कभी कोई होगा| …
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आज का सन्देश
मानव धर्म के नाम पर जाति-सम्प्रदाय बन जाने के कारण धरती पर बढ़ने लगी है धर्म के प्रति ग्लानी…
कर्मभूमि पर विश्व मानव परिवार के बीच नफरतें पैदा होने का सबसे मुख्य कारण है, कर्मभूमि पर मानव धर्म के नाम …
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आज का सन्देश
ईश्वर के दो स्वरूप है निर्गुण व सगुण, सगुण ईश्वर का दर्शन करना है तो स्वयं आईने के सामने खड़े हो जाओ…
ईश्वर को जानना चाहते हो तो, स्वयं ही स्वयं के साधक बन जाओ और ईश्वर को देखना चाहते हो तो, स्वयं …
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किसी भी कार्य को विश्व स्तर पर करने के लिए संगठन की जरुरत होती है, इसलिए ईश्वर ने सम्पूर्ण मानव जगत …
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आज का सन्देश
मानव निर्गुण ईश्वर का सगुण स्वरूप है, ईश्वर मनुष्यरूपी जीवात्मा के भीतर ह्रदय में आत्मस्वरूप विद्यमान रहता है…
अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञानानुसार ईश्वर एक है उसके दो स्वरूप दो चरित्र है निर्गुण व सगुण| जो ईश्वर …
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आज का सन्देश
दिव्य महाशक्ति के सत्यस्वरूप को जानो, निराकार को कोई आकार न दो, अजन्मे-अनामी को कोई नाम न दो…
21वी सदी में मानव चेतना की जो मिसाल कायम हो रही है उसके अनुसार सम्पूर्ण मानव जगत के लोगों को युगानुसार …
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आज का सन्देश
एक ब्रह्म को विदित किये बिना स्वयं के विराट आत्मस्वरूप को जाने बिना मनुष्य के लिए मुक्ति का ओर कोई उपाय नही है…
अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञानानुसार ईश्वर व स्वयं के सत्यस्वरूप को जाने बिना कर्मभूमि पर कर्मयोगी के लिए इस …
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आज का सन्देश
कलयुग को सतयुग मे परिणित करने के लिए सम्पूर्ण मानव जगत के लोगो को युगानुसार अपनी धार्मिक सोच को बदलना होगा…
अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञानानुसार “एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति” भावार्थ- सम्पूर्ण ब्रह्मांड में एक परमब्रह्म ही परम सत्य है, …
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जब से कर्मभूमि का सृजन होकर मानव का जन्म हुआ, तब से अब तक युगानुसार मानव ने धरती पर चाहे जितने …