ईश्वर एक है उसके दो स्वरूप दो चरित्र है ईश्वर निर्गुण आत्मस्वरूप में ज्ञान दातार है व सगुण जिवात्म स्वरूप में …
Monthly Archives
November 2022
-
-
आज का सन्देश
21वी सदी में भारत हिंदुत्व के नारों से नहीं हिन्दत्व की भावना से बनेगा पुनः विश्व धर्म गुरु….
अद्भुत रहस्यमय सृष्टि सृजन के रहस्यमय ज्ञानानुसार सृष्टि में 84 लाख योनियों के जीव-जीवात्मा विचरण करते है जिनमे एक मानव ही …
-
जिसे कभी किसी ने देखा नहीं, जिसके सत्यस्वरूप को किसी ने जाना नहीं, आज सम्पूर्ण मानव जगत के लोग उस दिव्य …
-
ईश्वर निराकार है उसे मायावी भौतिक दृष्टि से देख पाना संभव नहीं है, किन्तु हमें यह मानना पड़ेगा कि एक दिव्य …
-
एको ब्रह्म द्वितीयो नास्ति सम्पूर्ण ब्रह्मांड में एक परमब्रह्म ही परम सत्य है, उसको विदित किये बिना मानव के लिए इस …
-
सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अनेकांत जैसे नियमों का पालन करना मानव मात्र का धर्म है, मानव के लिए सुखी जीवन …
-
प्रेम ही परमेश्वर है प्रेम में वो शक्ति है जो दुश्मन को भी दोस्त बना देती है| ईश्वर ने प्रेम के …
- 1
- 2
WhatsApp us 










